Apaar ID Card - क्या है Apaar ID Card , कैसे करता हैं ये काम, आइए जानें इसके फायदे

By Jitendra Jangid- आज के इस डिजिटल युग में हर चीज डिजिटल होती जा रही हैं, इसी संदर्भ में  भारतीय शिक्षा प्रणाली को डिजिटल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, सरकार ने "वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी कार्ड" लॉन्च किया है, जिसे आधिकारिक तौर पर अपार आईडी कार्ड (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल्स

अपार कार्ड क्या है?

अपार कार्ड भारत में हर छात्र को जारी किया जाने वाला एक अनूठा डिजिटल आईडी है। अपार कार्ड आपके पूरे शैक्षणिक सफ़र को रिकॉर्ड करता है - स्कूल में दाखिले से लेकर उच्च शिक्षा तक।

इसे अपने डिजिटल एकेडमिक पासपोर्ट की तरह समझें। इसमें आपके नतीजे, सर्टिफिकेट, डिग्री, डिप्लोमा और बहुत कुछ होगा - सब एक ही जगह पर, कभी भी, कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है।

अपार कार्ड होना क्यों ज़रूरी है?

छात्रों के रिकॉर्ड को केंद्रीकृत और डिजिटाइज़ करने के लिए।

स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के बीच शैक्षणिक डेटा के निर्बाध हस्तांतरण को सक्षम बनाना।

शैक्षणिक योग्यताओं का आसान सत्यापन सक्षम करना।

छात्रों को कागजी कार्रवाई से बचने और कम भौतिक दस्तावेज ले जाने में मदद करना।

देश भर में शैक्षणिक प्रदर्शन को ट्रैक करना और बेहतर शैक्षिक नीतियों की योजना बनाना।

अपार कार्ड के लाभ

एक आईडी, पूरा रिकॉर्ड - केजी से कॉलेज तक का आपका सारा शैक्षणिक डेटा एक डिजिटल आईडी में संग्रहीत है।

आसान प्रवेश - स्कूल या कॉलेज बदलते समय परेशानी मुक्त स्थानांतरण और प्रवेश प्रक्रिया।

कभी भी पहुँच - छात्र शैक्षणिक परिणाम, प्रमाणपत्र या डिग्री डिजिटल रूप से देख और साझा कर सकते हैं।

 कोई डुप्लिकेट दस्तावेज़ नहीं - दस्तावेज़ जालसाजी या गलत जगह पर रखे जाने के जोखिम को कम करता है।

भविष्य की योजना के लिए डेटा - नौकरी के आवेदन, प्रतियोगी परीक्षाओं और उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए उपयोगी।

अपार कार्ड का उपयोग कहाँ किया जा सकता है?

स्कूल या कॉलेज में दाखिले के दौरान

 

छात्रवृत्ति या सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करते समय

नौकरी के लिए आवेदन या प्रवेश परीक्षा के लिए

अपने शैक्षणिक इतिहास को आसानी से और सुरक्षित तरीके से सत्यापित करने के लिए

अपार कार्ड के लिए पंजीकरण कैसे करें?

अपने स्कूल या कॉलेज में जाएँ – पंजीकरण आपके शैक्षणिक संस्थान के माध्यम से किया जाता है।

आधार अनिवार्य है – सत्यापन के लिए आपके पास आधार कार्ड जुड़ा होना चाहिए।

5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए, नीले रंग का आधार कार्ड इस्तेमाल किया जा सकता है।

माता-पिता की सहमति आवश्यक है – अपार आईडी बनाने से पहले स्कूल आपके माता-पिता या अभिभावकों से अनुमति लेगा।

डिजिटल रिकॉर्ड निर्माण – सहमति दिए जाने के बाद, आपके शैक्षणिक रिकॉर्ड लिंक हो जाएँगे और आपका अपार कार्ड बन जाएगा।