Post Office Scheme- वरिष्ठ नागरिको के लिए बनी हैं ये पोस्ट ऑफिस स्कीम, जानिए इसके बारे में

दोस्तो हमारा जीवन अनिश्चताओं से भरा हुआ हैं जहां ना जानें कब क्या हो जाएं इसका को अंदाजा नहीं होता हैं, इसलिए हमें भविष्य के लिए तैयार रहना चाहिए, खासकर वृद्ध अवस्था के लिए, 60 साल और उससे ज़्यादा उम्र के लोगों के लिए, रिटायरमेंट के बाद फाइनेंशियल स्टेबिलिटी सबसे ज़रूरी है। इस संदर्भ में पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) सबसे भरोसेमंद इन्वेस्टमेंट ऑप्शन में से एक है जो सेफ्टी, गारंटीड रिटर्न और रेगुलर इनकम पक्का करती है। आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल्स

SCSS की खास बातें

1. एलिजिबिलिटी

60 साल या उससे ज़्यादा उम्र का कोई भी व्यक्ति इस स्कीम में इन्वेस्ट कर सकता है।

55-60 साल के रिटायर्ड लोग (कुछ शर्तें पूरी करने वाले) भी एलिजिबल हो सकते हैं।

2. इन्वेस्टमेंट लिमिट

मिनिमम इन्वेस्टमेंट: ₹1,000

मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट: ₹30 लाख

इन्वेस्टमेंट ₹1,000 के मल्टीपल में किया जा सकता है।

3. आकर्षक इंटरेस्ट रेट

यह स्कीम अभी FY 2025-26 की दूसरी तिमाही के लिए 8.2% इंटरेस्ट रेट दे रही है।

इंटरेस्ट हर तिमाही में क्रेडिट किया जाता है, जिससे रेगुलर और भरोसेमंद इनकम का सोर्स पक्का होता है।

4. टैक्स बेनिफिट्स

SCSS के तहत इन्वेस्टमेंट पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख तक टैक्स डिडक्शन मिलता है।

मैच्योरिटी और विड्रॉल के नियम

5. मैच्योरिटी पीरियड

यह स्कीम 5 साल में मैच्योर होती है।

रिक्वेस्ट करने पर इसे 3 साल और बढ़ाया जा सकता है।

6. समय से पहले विड्रॉल पर पेनल्टी

1 साल से पहले विड्रॉल: कोई इंटरेस्ट नहीं दिया जाएगा।

1 से 2 साल के बीच विड्रॉल: जमा की गई रकम पर 1.5% डिडक्शन।

2 से 5 साल के बीच विड्रॉल: 1% डिडक्शन।

जॉइंट अकाउंट की सुविधा

7. पति-पत्नी जॉइंट अकाउंट खोल सकते हैं, जिससे ये फायदे मिलते हैं:

बेहतर फाइनेंशियल प्लानिंग

इन्वेस्टमेंट का बढ़ा हुआ फायदा

कुल इंटरेस्ट से ज़्यादा कमाई

परिवार के लिए बेहतर फाइनेंशियल सिक्योरिटी